Still from Thank you Mr. Glad
एक्टर
इक अदाकार हूँ मैं
जीनी पड़ती हैं...कई ज़िंदगियाँ. एक हयाती में मुझे....
मेरा किरदार बदल जाता हैं...हर रोज़ ही सेट पर
मेरे हालात बदल जाते हैं....
मेरा चेहरा भी बदल जाता है...अफ़साना-ओ-मंज़र के मुताबिक...
मेरी आदत बदल जाती है...और फिर दाग़ नही छूटते पहनी हुई पोशाको के..
ख़स्ता किरदारों का कुछ चूरा-सा रह जाता तह में
कोई नुकीला सा किरदार गुज़रता है रगों से
तो खराशों के निशान.......देर तलक रहते हैं दिल पर...
ज़िंदगी से उठाए हुए किरदार...ख़्याली भी नही हैं..
की उतर जाएँ वो पंखे की हवा से...
सियाही रह जाती है सीने में...अदीबो के लिखे जुमलों की...
सीमी पर्दे पे लिखी.....
साँस लेती हुई तहरीर नज़र आता हूँ...
मैं अदाकार हूँ लेकिन...
सिर्फ़ अदाकार नहीं
अपने इस वक़्त की तस्वीर भी हूँ....
--गुलज़ार
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